भोपाल।  कोविड काल में स्कूल नहीं खुलने के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो सकी। इस कारण स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों के लर्निंग लास का पता लगाने के लिए सर्वे करा रहे हैं। एनसीईआरटी की तरफ से प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों के पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों का सिखने की क्षमता का सर्वे किया जाएगा। इसमें कोविड काल के दौरान दो साल में बच्चों की सिखने की क्षमता कितनी रही और उसके बाद अब कितनी बढ़ी है। साथ ही बच्चों ने कितना सीखा और लिखने की क्षमता क्या रही। इसके लिए 24 मार्च को एनसीईआरटी की तरफ से सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे में प्रदेश के करीब 500 स्कूलों के बच्चे शामिल होंगे। यह एक प्रकार का सैंपल सर्वे होगा। इसमें एक स्कूल से करीब 10 से 15 बच्चों को सैंपल के तौर पर लिया जाएगा और उनसे कुछ बेसिक जानकारी ली जाएगी। इसमें लिखित और ओरल दोनों पैटर्न पर सर्वे होगा। विभाग का मानना है कि अभी कुछ ही माह स्कूल खुले हुए हैं। दो साल तक आनलाइन पढ़ाई होती रही। ऐसे में बच्चों में लर्निंग लॉस काफी देखा जा रहा है। इस कारण यह सर्वे कराया जा रहा है। बता दें, कि इससे पहले भी एनसीईआरटी ने नेशनल अचीवमेंट सर्वे भी किया है।

लर्निंग लास को भरने की होगी कोशिश

विभाग के अधिकारियों का मानना है कि कोविड काल के दौरान आनलाइन कक्षाएं संचालित की गई। बच्चे घर में पढ़ाई नहीं कर पाए। ऐसे में बच्चों में लर्निंग लॉस एक बड़ी समस्या सामने आ रही है। इस सर्वे से पता कर उन्हें वही बेसिक पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें कलर पहचानना, गिनती, अक्षरमाला, वर्णमाला आदि के ज्ञान का पता लगाया जाएगा।