भोपाल । एमपी के लिए न्यूयॉर्क से बड़ी खबर आई है। अमरीका में रखी प्रदेश की एक बेशकीमती मूर्ति अब दोबारा यहां आएगी। ये मूर्ति चोरी हो गई थी और बाद में इसे अमरीका में बेच दिया गया था। जिस म्यूजियम में ये मूर्ति रखी है उसने ये मूर्ति लौटाने का फैसला किया है। यह बेहद महंगी मूर्ति है जिसका वापस आना प्रदेश के लिए अहम सौगात होगी। इस मूर्ति के साथ ही देशभर के कुछ अन्य मूर्तियां भी लौटाई जा रहीं हैं। बताया जा रहा है कि प्राचीन धरोहरों के एक कुख्यात तस्कर ने ये मूूर्तियां ले जाकर अमेरिका में बेच दी थीं जिन्हें अब देश और प्रदेशों को लौटाया जा रहा है।
न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित मेट्रोपोलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट ने एमपी को इसकी बेशकीमती धरोहर लौटाने का फैसला किया है। म्यूजियम ने 15 मूर्तियां भारत को लौटाने की बात कही है। इन मूर्तियों में मध्यप्रदेश की एक प्राचीन धरोहर भी शामिल है। भारत को जो मूर्तियां लौटाई जा रहीं हैं उनमें पहली शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 11वीं सदी तक की मूर्तियां हैं। ये प्राचीन मूर्तियां तांबा,टेराकोटा और पत्थर से बनी हैं। जानकारी के अनुसार म्यूजियम ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि अब उसे पता चला है कि ये मूर्तियां भारत से गैरकानूनी तरीके से अमरीका लाकर बेची गई थीं। बताया जा रहा है कि इन प्राचीन कलाकृतियों को स्मगलर सुभाष कपूर ने अमेरिका में बेचा था। यह स्मगलर अभी भी तमिलनाडु की जेल में कैद है। म्यूजियम ने जिन मूर्तियों को लौटाने की बात कही है उनमें एमपी की 11वीं शताब्दी की नर्तकी की मूर्ति भी है। करीब 10 करोड़ रुपए की जिन 15 पुरावशेषों को लौटाया जा रहा है उनमें बलुआ पत्थर से बनी एमपी की अप्सरा की मूर्ति शामिल है।