ग्वालियर ।   बंधन बैंक के कलेक्शन एजेंट से दिनदहाड़े 64 हजार रुपए की लूट हो गई। बाइक सवार लुटेरों ने कलेक्शन एजेंट को छेड़छाड़ का आरोप लगाकर रोका, पहले उसे पीटा फिर 64 हजार रुपए और टेबलेट लूट ले गए। यह घटना शताब्दीपुरम इलाके की है। लूट होते ही महाराजपुरा पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम आरोपितों की तलाश में लग गई। सीसीटीवी कैमरे की मदद से लुटेरों की गाड़ी की पहचान की और महज छह घंटे में ही दो आरोपितों को दबोच लिया। इनके दो साथी अभी फरार है, जिनकी तलाश चल रही है। मालनपुर स्थित टुंडीला गांव का रहने वाला मनोज जाटव बंधन बैंक में कलेक्शन एजेंट है। बैंक द्वारा स्व सहायता समूह को जो छोटे लोन दिए जाते हैं, उनसे कलेक्शन का काम करता है। शनिवार और रविवार को अवकाश के चलते सोमवार को अधिक कलेक्शन होना था। इसके चलते मनोज पहले भिंड रोड स्थित लखीमपुर गांव पहुंचा। यहां कलेक्शन करने के बाद आसपास के दूसरे गांव में कलेक्शन किया। उसके पास 64 हजार रुपए थे। मनोज अपनी बाइक से शताब्दीपुरम इलाके में दाने बाबा की पहाड़ी इलाके से गुजर रहा था। इसी दौरान सड़क किनारे तीन युवक खड़े मिले। इनके हाथ में पत्थर थे, जैसे ही मनोज इनके करीब पहुंचा तो युवकों ने यह कहकर रोका कि बहन के साथ छेड़छाड़ की थी। उसे पत्थर मारा, वह घबरा गया और उसने अपनी बाइक रोक ली। इसके बाद उसकी मारपीट की और उसकी जेब में रखे 64 हजार रुपए छीन लिए, फिर पिठ्ठू बैग छीन लिया, जिसमें टैबलेट रखा हुआ था। लूट करने के बाद आरोपित भाग निकले। यहां से कुछ लोग गुजरे, जिनकी मदद से मनोज जाटव ने पुलिस को सूचना दी। एसएसपी अमित सांघी ने सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया और क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया। सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया ने बताया कि आरोपितों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरे देखना शुरू किए। यहां से सुराग मिला कि लुटेरे नई गाड़ी पर सवार थे, जिस पर नंबर भी नहीं था। इसी गाड़ी की तस्दीक करते हुए पता लगा कि यह गाड़ी लखमीपुर गांव में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर शेट्टी खान के पास है। पुलिस जब यहां पहुंची तो पता लगा उसका नाबालिग बेटा गाड़ी चला रहा था। पुलिस ने उसकी तलाश की और वह सामान खरीदता हुआ पकड़ा गया। उससे पूछताछ की तो उसने अपने साथी लवकुश गुर्जर, संजू गुर्जर और लाला उर्फ धर्मेंद्र के साथ लूट की प्लानिंग करना स्वीकार की। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर लवकुश गुर्जर को भी गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों के पास से 35 हजार रुपए बरामद हो गए हैं। जबकि संजू गुर्जर और लाला उर्फ धर्मेंद्र की तलाश चल रही है।

चचेरे भाई के पास रुपए लेने आता था मनोज, यहीं से लूटने की प्लानिंग कर डाली: 

सोहेल खान ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूट का षड़यंत्र रचा था। उसके चचेरे भाई अकरम के पास भी मनोज किस्त लेने के लिए आता था। यहीं उसे पता लगा कि मनोज के पास काफी पैसा रहता है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की प्लानिंग कर डाली।