बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने सैनिकों को जंग के लिए तैयार रहने को कहा है, इसके साथ ही उन्होंने सेना को और मजबूत बनाने की बात भी की है। चीन इनदिनों ताइवान के आसपास, उत्तरी इलाके में और मध्य चीन में तीन स्तर पर बड़े युद्धाभ्यास कर रहा है। इसमें सबसे बड़ी मिलिट्री ड्रिल ताइवान के चारों ओर की जा रही है।
जिनपिंग के बयान से आशंका हैं कि चीन ताइवान पर हमले की तैयारी कर सकता है। उन्होंने ताइवान सहित अपने दुश्मन देशों को चेतावनी दी कि चीन की शक्ति को कमतर आंकने की कोशिश न की जाए। बीजिंग और ताइपे के बीच पिछले दो वर्षों से विवाद चल रहा है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश मानता है। ताइवान 1949 से स्वतंत्र देश के रूप में काम कर रहा है, लेकिन चीन ताइवान को अपना अलग प्रांत मानता है। अमेरिका ताइवान का समर्थन करता है, उस हथियार और प्रशिक्षण प्रदान करता है, इस बात से चीन हमेशा नाराज रहता है। इसी कारण से चीन ताइवान के आसपास लगातार युद्धाभ्यास कर रहा है। यह स्थिति न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती देती है, बल्कि वैश्विक स्तर पर तनाव को भी बढ़ा सकती है।