भोपाल ।   वन विहार नेशनल पार्क में दिन में कराई जाने वाली सफाई के लिए अभी से वेटिंग शुरू हो गई है। ऐन वक्त पर टिकट नहीं मिल रहे हैं, कम से कम आठ दिन पहले बुकिंग करानी पड़ रही है। तब जाकर दिन की सफारी में पार्क के अंदर वाले हिस्सों में भ्रमण करने के मौके मिल रहे हैं। अब रात की सफारी भी जल्द शुरू होने वाली है। संभवत: अगले सप्ताह यह भी चालू कर दी जाएगी। दिन की सफारी एक अक्टूबर से शुरू की जा चुकी है। रोजाना पर्यटकों के छह से आठ दलों को भ्रमण कराया जा रहा है। प्रकृति पथ पर पैदल पार्क भ्रमण करने वाले पर्यटकों में भी रूझान बढ़ा है। रोजाना दो से तीन दिल बुकिंग करवा रहे हैं।

पार्क में हर तरफ हरियाली

वर्तमान में पार्क के अंदर हर तरफ हरियाली है। यहां का हरा—भरा और खुशनुमा पर्यटकों को अपनी ओर आकृर्षित कर रहा है। इसी बीच पार्क के अंदर हिरण, चीतल, सांभर की संख्या भी बढ़ गई है, जो खुले वातावरण में घूमते हैं, यह माहौल बेहद देखने योग्य हो गया है। पार्क के अंदर पूरे समय वन्यप्राणियों को देखा जा सकता है। अमूमन गर्मी के दिनों में वन्यप्राणी सुबह और शाम को ही दिखाई देते है।

सफारी को पसंद करने का यह भी कारण

वन विहार नेशनल पार्क की सफारी को पसंद करने की दूसरी वजह यह भी है कि यहां बाघ, तेंदुए, सिंह को नजदीक से उनके बड़े बाड़ों में चहल कदमी करते देखा जाता है। आम पर्यटकों को यहां तक जाने की अनुमति नहीं है। ये बाड़े पार्क के अंदर एकांत स्थानों पर बनाए गए हैं, जहां तक केवल वनकर्मी ही जाते हैं। दिन की सफारी का रास्ता इन्हीं बाड़ों के आसपास से होकर गुजरता है, जहां आसानी से बाड़े में रखे जाने वाले वन्यप्राणी नजर आ जाते हैं।

रास्तों को किया जा रहा ठीक

रात की सफारी के लिए रास्ते बेहतर नहीं है। इन्हें ठीक किया जा रहा है। ये अधिक वर्षा के कारण खराब हो गए हैं। ये कच्चे रास्ते हैं इन्हें पक्का नहीं किया जा सकता है इसलिए हर बार वर्षा का समय निकलने के बाद इनकी मरम्मत करनी पड़ती है।