रेलवे के लिए पहली बार आई यह खुशखबरी....
पिछला वित्तीय वर्ष रेलवे के लिहाज से कई मामलों में खास रहा. इस दौरान यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए आठ वंदे भारत ट्रेनों को अलग-अलग रूट पर शुरू किया गया. इसके अलावा यात्री किराये और माल भाड़े से मिलने वाले राजस्व में भी जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसी क्रम में दक्षिणी रेलवे की तरफ से जानकारी दी गई कि राजस्व में करीब 80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. यह वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पैसेंजर सेग्मेंट में 6,345 करोड़ रुपये रहा. यह अब तक का सबसे ज्यादा राजस्व है.
छूट को बहाल करने की मांग
माल ढुलाई सेग्मेंट में भी साउथ रेलवे ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. इसमें 4.05 मीट्रिक टन पर कार्गो का अब तक का सबसे अधिक लदान, 5.2 मीट्रिक टन पेट्रोलियम का अब तक का सबसे ज्यादा लदान और 3.23 मीट्रिक टन खाद्यान्न लदान शामिल है. रेलवे को होने वाली जबरदस्त कमाई के बाद फिर से सीनियर सिटीजन को टिकट पर मिलने वाली छूट को बहाल करने की मांग की जाने लगी है.
आपको बता दें रेलवे की तरफ से कोरोना काल में मार्च 2020 में सीनियर सिटीजन को किराये पर मिलने वाली छूट को बंद कर दिया था. रेलवे की तरफ से सभी सुविधाएं नियमित किए जाने के बाद भी यात्री किराये पर छूट को फिर से शुरू नहीं किया गया. यात्रियों की तरफ से इस सुविधा को फिर से शुरू करने की लगातार मांग की जा रही है. इस पर रेल मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि रेलवे की तरफ से पहले ही यात्रियों को 55 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. लेकिन अब राजस्व बढ़ने पर किराये में छूट को फिर से शुरू करने की उम्मीद की जा रही है.