ब्रिटेन में पिछले कई दिनों से लगातार बर्फबारी जारी है। बर्फबारी के कारण एक तरफ जहां मौसम खुशगवार हो गया है, वहीं दूसरी तरफ जन-जीवन भी प्रभावित हुआ है।

तेज बर्फबारी के चलते स्कूल बंद हो गए, ट्रेनें देरी से चल रही हैं, सड़कों पर ड्राइविंग भी मुश्किल हो गई है। इसके साथ ही बुजुर्गों और बच्चों को सुरक्षित रहने की अपील की गई है।

मौसम विभाग ने उत्तरी स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड, मध्य और दक्षिणी वेल्स और स्कॉटिश बॉर्डर से लेकर नॉरफॉक तक पूर्वी काउंटियों में बर्फबारी के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने इस सप्ताह संभावित खतरों की चेतावनी दी है। कई इलाकों में 5 इंच से ज्यादा की बर्फबारी हुई है। घरों, सड़कों और गाड़ियों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है।

मौसम विभाग ने मिडलैंड्स और दक्षिणी इंग्लैंड के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया है। लोगों से घरों से बाहर ना निकलने की अपील की है। इससे पहले उत्तरी इंग्लैंड और मिडलैंड्स के लिए चेतावनी दी गई थी। हालांकि, अलर्ट के दायरे में नहीं आने वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई, जिसमें सेंट्रल लंदन भी शामिल है।

मौसम विज्ञानियों ने कहा कि आर्कटिक समुद्री वायु द्रव्यमान के कारण लगातार बर्फबारी हो रही है। पूरे सप्ताह ब्रिटेन के कई क्षेत्रों में बहुत ठंड रहेगी।

पूरे ब्रिटेन में 220 से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए, जिनमें वेल्स में लगभग 140 शामिल हैं। डर्बी विश्वविद्यालय ने भी मौसम के कारण चेस्टरफील्ड, बक्सटन और लीक में अपने परिसर बंद कर दिए। रेल नेटवर्क में देरी और रद्दीकरण के कारण हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

मौसम विभाग ने कहा है कि रात में तापमान में भारी गिरावट आने की संभावना है, स्कॉटलैंड के कुछ भागों में तापमान माइनस 3. डिग्री सेल्सियस तथा दक्षिणी इंग्लैंड कुछ भागों में तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।