सतीश शाह शोबिज इंडस्ट्री का वह नाम हैं, जिन्होंने कॉमेडी कर लोगों का खूब मनोरंजन किया है। फैंस के बीच वह 'इंद्रवदन साराभाई' के नाम से आज भी सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं। लेकिन यह एक किरदार नहीं, जिसे निभाकर सतीश शाह लोगों के दिलों में जा बसे। इसके पहले और इसके बाद भी उन्होंने ऐसे कई किरदार निभाए, जो उनके स्टारडम को बढ़ाते ही चले गए।

फिल्मों से की शुरुआत

सतीश शाह ने 1970 में आई फिल्म 'भगवान परशुराम' से करियर की शुरुआत की थी। लेकिन उन्हें पहचान मिली 1983 की मूवी 'जाने भी दो यारों' से। इसमें उन्होंने कमिश्नर डी'मेलो की भूमिका निभाई थी। कॉमिक टाइमिंग के लिए फेमस सतीश शाह ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिल्मों के साथ ही उन्होंने टीवी के लिए भी काम किया। आज इस टैलेंटेड एक्टर का जन्मदिन है। इस मौके पर जानेंगे उनके काम से जुड़ी कुछ खास बातें।

पहले ही शो में किया कमाल

सतीश शाह का जन्म 25 जून, 1951 को मुंबई में हुआ था। टीवी में डेब्यू करने से पहले वे अरविंद देसाई की अजीब दास्तान, अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है, उमराव जान, अनोखा रास्ता, मालामाल जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे। इसके बाद 1984 में उन्होंने टेलीविजन डेब्यू किया। सतीश शाह ने अपने पहले ही सीरियल में कमाल कर दिया था। उन्होंने 'ये जो जिंदगी है' से टेलीविजन डेब्यू किया था। इस शो में उन्होंने 56 तरह के रोल निभाए थे। अलग-अलग कैरेक्टर्स की वजह से उन्होंने फैंस का भरपूर मनोरंजन किया था। इसके बाद उन्होंने 'फिल्मी चक्कर', 'घर जमाई', 'सर्वोत्तम 10', 'साराभाई वर्सेज साराभाई' और 'कॉमेडी सर्कस' में भी काम किया। 'ये जो जिंदगी है' के बाद सतीश शाह का मोस्ट फेमस कैरेक्टर 'साराभाई वर्सेज साराभाई' का इंद्रवदन साराभाई है।

बड़े पर्दे पर लाश बनकर मिली थी पहचान 

सतीश शाह ने नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, पंकज कपूर और नीना गुप्ता जैसे कलाकारों के साथ 'जाने भी दो यारों' में काम किया था। कहा जाता है कि इसी फिल्म से सतीश शाह के लिए कामयाबी के रास्ते खुले थे। यह डार्क कॉमेडी फिल्म थी, जिसमें सटायर भी था। नसीरूद्दीन शाह, ओमपुरी, पंकज कपूर जैसे कलाकारों के पास करने को बहुत कुछ था, पर सतीश शाह को चंद सीन्स के बाद पूरी फिल्म में लाश बने रहने का रोल मिला। उन्होंने मुर्दा बनकर ही इनी बढ़िया एक्टिंग की कि वह लोगों का दिल जीत गए। मुर्दा बन कर सतीश शाह पूरा मजमा लूट ले गए।