मॉस्को । रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से जारी जंग अब और भयावह रूप लेती जा रही है। अब रूस लड़ाई में पूरी तरह से आर-पार के मूड में आ गया लगता है। वह यूक्रेन पर ताबड़तोड़ बमवर्षा कर रहा है। यूक्रेन पर फुल स्केल वॉर की तरफ बढ़ रहे रूस ने शुक्रवार को एक के बाद एक सैंकड़ों मिसाइलों की बरसात कर देश को ब्लैकआउट की ओर धकेल दिया। 
इस हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई नौ ऊर्जा सुविधाओं को नुकसान पहुंचा और देश भर में आपातकालीन ब्लैकआउट शुरू करने के लिए यूक्रेन को मजबूर होना पड़ा। कड़ाके की ठंड से झूझ रहे इस देश में हमलों ने यूक्रेन के कई हिस्सों में पानी और बिजली सेवाओं जैसी आवश्यक सेवाओं को ठप कर दिया है।
वहीं राष्ट्रीय ऊर्जा प्रदाता ने खतरे की घंटी बजाई और यूक्रेनवासियों को चेतावनी दी कि देश के उत्तर दक्षिण और केंद्र में दर्जनों रूसी मिसाइलों द्वारा प्रमुख बुनियादी ढांचा स्थलों को निशाना बनाने के बाद बिजली बहाल करने में अधिक समय लग सकता है। एक बयान में कहा गया कि बिजली आपूर्ति में यूक्रेन में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी जा रही है जिसमें अस्पताल जल आपूर्ति सुविधाएं गर्मी आपूर्ति सुविधाएं और सीवेज उपचार संयंत्र शामिल हैं।
बता दें कि अक्टूबर के बाद से रूसी हवाई बमबारी की नौवीं लहर को चिह्नित करते हुए शुक्रवार को हवाई हमले के सायरन बजने के बाद निवासियों को भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में लिपटे हुए सर्दियों के कोट में देखा गया। वहीं यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेफ बोरेल ने कड़ाके की ठंड के बीच इन हमलों की निंदा की। बोरेल ने एक बयान में कहा इन क्रूर अमानवीय हमलों का उद्देश्य मानवीय पीड़ा को बढ़ाना और यूक्रेनी लोगों को संकट में डालना है। अस्पतालों आपातकालीन सेवाओं और बिजली हीटिंग और पानी जैसी अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं पर मिसाइल अटैक ठीक नहीं है।