रतलाम । प्रदेश के रतलाम रेल मंडल में रेल बिजली समाधान (आरबीएस) एप पर ही शिकायतें ली जाएगी। रेल मंडल के सभी विभाग प्रमुखों को भी निर्देश जारी किए गए हैं। कर्मचारियों को आवास आवंटन की व्यवस्था आनलाइन करने के साथ ही अब रेल यात्रियों, कर्मचारियों सहित विभागों में बिजली संबंधी शिकायतों का निराकरण भी एप के माध्यम से होगा। रेलवे बोर्ड से मिले दिशा निर्देशों के बाद अब बिजली संबंधी शिकायतों को मैन्यूअली लेना बंद किया गया है। दरअसल शिकायत का निराकरण समय सीमा में कराने के लिए पूरी कवायद की जा रही है। इसके लिए आरबीएस एप वर्ष 2022 में ही रेलवे ने लांच कर दिया था, लेकिन इसका उपयोग कम हो रहा था। इसके चलते अब रतलाम मंडल में पावर विभाग के सभी सेक्शन इंजीनियर सहित अन्य अमले को सीनियर डिविजनल इंजीनियर पावर कल्पना मीणा ने आरपीएस एप डाउनलोड करवाने व इसी पर शिकायतें लेने के निर्देशित किया है। यह मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर अथवा क्यू आर कोड स्कैन करके डाउन लोड करके उपयोग किया जा सकता है। ट्रेन में पंखे, एसी, लाइट आदि बंद होने की शिकायत पर भी एप पर दर्ज की जा सकेगी। यात्री रेलवे बिजली समाधान एप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करने के बाद उसके समाधान होने तक की स्थिति का ट्रैक रिकार्ड भी देख सकते हैं। शिकायत निस्तारण होने के बाद उपभोक्ता या यात्री गुणवत्तापूर्ण अपनी फीड बैक भी दर्ज करा सकते हैं। इस एप पर दर्ज होने वाली सभी शिकायतों की निगरानी रेलवे विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा की जाती है। इसी तरह कर्मचारियों को क्वार्टर में बिजली की समस्या होती है। इसकी भी शिकायत कर सकते हैं। एप शिकायत होने के बाद अधिकारियों निगरानी में मामला रहेगा। इससे पहले रतलाम रेलमंडल में कर्मचारियों को रेलवे क्वार्टर आवंटन की प्रक्रिया भी आनलाइन कर दी गई है। आनलाइन सिस्टम से पहले मैन्यूअली व्यवस्था में आवंटन में देरी के साथ ही आवास लेने व खाली करने की जानकारी भी देर से अपडेट होती थी। कई बार आवास का मिलने के बाद भी कर्मचारी के खाते से आवास किराये की राशि का कटोत्रा नहीं हो पाता था। आनलाइन सिस्टम शुरू होने के बाद अब आवास का कब्जा लेने या खाली करने की तारीख से ही किराये की राशि जुड़ती है। इस सिस्टम के लागू होने के बाद रेलवे को आवास किराये के रूप में पांच लाख रुपये की राशि भी रिकवरी के तौर पर प्राप्त हुई है। इस बारे में रेल मंडल रतलाम के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा का कहना है कि रेलवे में यात्री सुविधाओं सहित आंतरिक कामों के लिए भी तकनीकी तौर पर सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इससे कम समय में निराकरण हो जाता है।