छत्तीसगढ़ के कई जिलों में चल रही ईडी की कार्रवाई में कई अफसर और व्यापारी संदेह के घेरे में है। इस दौरान गुरुवार शाम टीम ने दुर्ग में एक पुलिस कांस्टेबल अमित दुबे के घर पर छापा मारा। करीब चार घंटे चली जांच के बाद कांस्टेबल को हिरासत में ले लिया गया। बताया जा रहा है कि एक आईएएस अफसर के बंगले से दस्तावेज में हेरफेर को लेकर यह कार्रवाई की गई। वहीं गिरफ्तार किए गए आईएएस अफसर समीर विश्नोई और दोनों व्यापारियों से ईडी रायपुर में ही पूछताछ करेगी।

ईडी की टीम ने दोपहर करीब 3 बजे कांस्टेबल अमित दुबे के भिलाई के शांति नगर स्थित घर पर छापा मारा। उनके साथ बड़ी संख्या में CRPF के जवान भी थे। कार्रवाई के बाद टीम कांस्टेबल अमित दुबे को हिरासत में ले लिया गया। बताया जा रहा है कि रात करीब 2 बजे कांस्टेबल को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, कांस्टेबल के घर से 16 हजार रुपए कैश और आईफोन के दो खाली डिब्बे मिले हैं। जिन्हें ईडी की टीम जब्त कर अपने साथ ले गई है। 

सूत्रों के मुताबिक, कांस्टेबल होने के बावजूद अमित दुबे ऊंची पहुंच वाला है। उसके कई अफसरों से नजदीकी संबंध हैं। इनमें पुलिस के आला अफसर से लेकर आईएएस तक शामिल हैं। इन अफसरों में एक एडिशनल एसपी रैंक और सचिव रैंक के अफसर का भी नाम हैं। बताया जा रहा है कि इनसे करीबी के चलते ही यह कार्रवाई की गई। सूत्रों के मुताबिक, एक अफसर के बंगले से कुछ दस्तावेजों को हटाने और हेरफेर की बात सामने आ रही है। इसे लेकर कांस्टेबल की भूमिका की जांच ईडी कर रही है। 

ईडी ने कोर्ट में पेश करने के बाद वहां से समीर विश्नोई सहित दोनों कोयला व्यापारियों सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को आठ दिन की रिमांड पर लिया है। तीनों लोगों से ईडी रायपुर में ही पूछताछ करेगी। पहले इनको दिल्ली लेकर जाने की संभावना जताई जा रही थी। इन आठ दिनों के दौरान दो दिन में एक घंटे ही परिवार वालों से मिलने दिया जाएगा। आईएएस के घर से ईडी ने दो करोड़ कीमत का 4 किलो सोना, 20 कैरेट का हीरा और 47 लाख रुपए कैश जब्त करने की जानकारी कोर्ट को दी है।