पाकिस्तान के लिए मीठा हुआ सपना: इंदौर ने शक्कर और जरूरी सामान भेजना किया बंद
इंदौर : पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान पर एक के बाद एक कड़े फैसले लेने की तैयारी में है. वहीं मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी से भी पाकिस्तान के बहिष्कार की खबरें सामने आ रही हैं. दरअसल, इंदौर के थोक ड्राई फ्रूट बाजार ने पाकिस्तान के साथ अपने व्यापारिक संबंध खत्म करते हुए ड्राई फ्रूट एक्सपोर्ट पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. व्यापारियों ने बताया कि इंदौर से 50 से 100 करोड़ रू के ड्राई फ्रूट, शक्कर व अन्य किराना सामग्री पाकिस्तान निर्यात की जाती थी, जिसे इंदौर के व्यापारियों ने रोक दिया है. व्यापारियों के मुताबिक उनके उत्पाद खरीदने वाले कई अन्य देश भी हैं.
व्यापार नहीं, देश सबसे पहले
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 बेगुनाह लोगों की हत्या को लेकर देश भर में जबरदस्त आक्रोश है. पाकिस्तानी आतंकवादियों की गोलीबारी में इंदौर के रहने वाले सुशील कुमार नथानियाल की भी मौत हो गई. वहीं उनकी बेटी को भी पैर में गोली लगी. इसके बाद से ही पूरे इंदौर शहर और खासतौर पर व्यापारिक क्षेत्र में काफी आक्रोश है. गुरुवार को शहर के चाय व्यापारी एसोसिएशन ने अपने व्यापार व्यवसाय बंद रखे. इसके बाद पाकिस्तान को भेजे जाने वाले सभी तरह के उत्पाद और खासतौर पर ड्राई फ्रूट, शक्कर व अन्य सामग्रियों पर रोक लगा दी गई है.गौरतलब है कि ड्राई फ्रूट्स के मामले में अमेरिका सबसे बड़ा उत्पादक है, विशेष रूप से कैलिफोर्निया में पिस्ता, बादाम और अखरोट का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है.
पाकिस्तान निर्यात किए जाने वाले उत्पादनों पर रोक
उत्पादों पर रोक लगाने का फैसला शहर के सबसे बड़े ड्राई फ्रूट मार्केट श्री मारोठिया बाजार व्यापारी एसोसिएशन ने लिया है. संगठन के अध्यक्ष विशाल शर्मा के मुताबिक, '' 5 करोड़ रू से ज्यादा का ड्राय फ्रूट तो केवल हमारे यहां से ही जाता है, पूरे इंदौर से करोड़ों का माल भेजा जाता है. इंदौर के मारोठिया बाजार से हर महीने करीब 50 से 100 करोड़ रुपए का व्यापार होता है, जिसके तहत इंदौर से ही पाकिस्तान के लिए शक्कर, काजू, अखरोट और बादाम का निर्यात होता है. हालांकि, पाकिस्तान से सीमित मात्रा में सेंधा नमक, खजूर और केसर आती है जो पाकिस्तान के अलावा अन्य देश से आयात होगी.''
पाकिस्तान को कुछ भी नहीं देंगे
यह पहला मौका है जब देश के किसी शहर के बाजार ने सीधे तौर पर अपने यहां आने वाला माल पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है. श्री मारोठिया बाजार व्यापारी एसोसिएशन के अलावा अब ऐसा ही विचार सियागंज व्यापारी एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है. वहीं, मल्हारगंज व्यापारी एसोसिएशन में भी इस बात की चर्चा है कि मारोठिया बाजार की तरह पाकिस्तान सप्लाई की जाने वाली हर जरूरत की चीज पर रोक लगाई जाएगी. इंदौर के अन्य बाजार भी जल्द इस दिशा में फैसला लेंगे.आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भी भारत सरकार ने पाकिस्तान इंपोर्ट की जाने वाली खजूर पर 200% ड्यूटी लगाई थी. इसके बाद भारी भरकम ड्यूटी से बचने के लिए खाड़ी देशों के रास्ते इंदौर में पाकिस्तानी खजूर (खारक) पहुंच रही थी. वहीं अब पाकिस्तान से इंपोर्ट किए जाने वाले अन्य उत्पादों को भी रोक दिया गया है, जिससे पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगेगा.
केसर के लिए पाकिस्तान पर निर्भरता नहीं
अखरोट, खजूर और केसर के लिए भारत पाकिस्तान पर निर्भर नहीं है, क्योंकि इनमें से कई चीजें खासतौर पर केसर कश्मीर में ही मिल जाती है. इसके अलावा भारत इसका 95 प्रतिशत आयात अन्य देशों से करता है. इंदौर मारोठिया बाजार ड्राई फ्रूट संगठन के मुताबिक फिलहाल अखरोट कश्मीर के अलावा चिली और कैलिफोर्निया से आ रहा है जबकि केसर ईरान से कश्मीर से बुलाया जा रहा है. गौरतलब है कि भारत में पूर्व में हुए आतंकी हमलों के बाद से वैसे ही दोनों देशों के बीच व्यापार काफी कमजोर था, वहीं अब इसके शून्य होने की संभावना है.