भोपाल : राजधानी में चार दिवसीय आलमी तब्लीगी इज्तिमा में फजिर की नमाज के बाद राजस्थान से आए मौलाना चिराग उद्दीन ने इब्तिदाई बयान दिया. मगरिब की नमाज के बाद का बयान दिल्ली से आए तब्लीग जमात के मुख्य जिम्मेदार मौलाना साद ने किया. उन्होंने बयान के दौरान हराम और हलाल की बात समझाई. जो खुदा की राह पर चलता है. खुदा उसके लिए सारे दरवाजे खोल देता है. वहीं इज्तिमा में शुक्रवार (जुमे) की विशेष नमाज करीब एक लाख लोगों ने अदा की. मौलाना साद ने बयान के दौरान बताया कि अपने रूख को खुदा की राह की तरफ मोड़े, ये है तौहीद. शक्लों का इंकार करना ईमान नहीं है. सबसे पहले ईमान पेश करना पड़ेगा कुरआन पर. ये है असल दीन. वहीं मौलाना चिराग उद्दीन ने बताया कि दीन में बिगाड़ की कोई गुंजाईश नहीं है, सबसे पहले हमें अपने आप को राहेराज पर लाना है. उसके बाद फिर अपने दूसरे भाईयों के लिए मेहनत करना है, ताकि सभी की जिंदगी में दीन जिंदा हो जाए और बुराईयां हमारे अंदर से खत्म हो जाएं, आपस में जोड़ पैदा हो जाए. जुमा शहर के लोगों को जोड़ता है और ईद शहर और अतराफ के लोगों को जोड़ती है, जबकि हज पूरी दुनिया के लोगों को जोडऩे का जरिया बनता है. हर इंसान को नमाज की पाबंदी करना चाहिए और दूसरों को भी नमाज की तरफ रागिब करना चाहिए. बता दें कि इज्तिमा में गुरूवार शाम से ही जमातों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. पहले दिन इज्तिमास्थल पर लगा पंडाल जमातियों से भर गया है. यहां देश के कई राज्यों से जमातें इज्तिमा में शिरकत करने आई हैं, वहीं अब भी लोगों के आने का सिलसिला जारी है, जो कि दुआ के पहले तक लगातार चलता रहेगा. 

कंट्रोल रूम से अधिकारियों ने संभाल रखा है मोर्चा  
पुलिस प्रशासन द्वारा इज्तिमा में आने वालों को किसी भी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा. जिसके लिए पुलिस और इज्तिमा कमेटी के वॉलिटिंयरों की सक्रियता के चलते यातायात भी पूरी तरह दुरुस्त बना हुआ है. इज्तिमास्थल पर स्थापित किए गए अस्थाई कंट्रोल रूम से सुरक्षा के साथ ही व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कंट्रोल रूम से लगातार सम्पर्क बनाए रहे और अपडेट लेते रहे. आईजी रूरल इरशाद वली, डीसीपी रियाज इकबाल, एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा मोर्चा संभाले हुए हैं.