भारतीय कुश्ती में इन दिनों भारी हंगामा मचा हुआ है। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं। महिला पहलवानों ने संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोचों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।

विवाद बढ़ता देख खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले को लेकर पहलवानों को मिलने के लिए बुलाया, बैठक लंबी चली लेकिन ये मुलाकात बेनतीजा रही।केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ को तुरंत भंग करने की मांग को नहीं माना है। पहलवान रात 1.45 बजे अनुराग ठाकुर के घर से निकले और किसी भी पहलवान ने बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बात नहीं की।

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, रवि दहिया, साक्षी मलिक और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट बैठक में शामिल हुए थे।सरकारी अधिकारियों और प्रदर्शनकारी पहलवानों के बीच पहले हुई बैठक के बेनतीजा रहने के बाद अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक पहलवान शुक्रवार को फिर से खेल मंत्री से मिलेंगे।

वहीं खेल मंत्रालय बृजभूषण शरण सिंह को तब तक इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता जब तक कि उसे डब्ल्यूएफआई से लिखित जवाब नहीं मिल जाता क्योंकि सरकार ने खुद कुश्ती निकाय से स्पष्टीकरण मांगा है।सूत्रों के मुताबिक सरकार चाहती है कि पहलवान अपना विरोध खत्म करें लेकिन एथलीट इस बात पर अड़े हैं |

पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए और संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को हटाया जाए। पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई से कहा कि सरकार अन्य मुद्दों को बाद में सुलझा सकती है। हम इसके साथ ठीक हैं, लेकिन उसे पहले डब्ल्यूएफआई को भंग करना चाहिए।