नई दिल्ली । दिल्ली जल बोर्ड में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के एकमुश्त निपटान योजना पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने पूछा कि जिन लोगों ने गलत रीडिंग के कारण बिलों का ज्यादा भुगतान कर दिया है, क्या उनका पैसा दिल्ली सरकार वापिस करेगी।
गोयल ने दिल्ली की जनता से अपील की है कि वे अपने बढ़े हुए पानी के बिलों को उनके सोषल मीडिया पर भेजें। खुद मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि लोगों के तीन से चार लाख रूपए तक के गलत बिल आ गए हैं, तो जिन्होंने क्या भुगतान कर दिया, उनको दिल्ली सरकार पैसा वापिस करेगी।
गोयल ने कहा कि केजरीवाल का वो 2016 में घोषित फ्यूचर सॉफ्टवेयर कहां गया, जिसमें मोबाइल से खुद मीटर रीडिंग लेकर उपभोक्ता खुद सही बिल बनाएगा ?
गोयल ने कहा कि अब 2023 में केजरीवाल फिर स्वीकार कर रहे हैं कि मीटर रीडिंग में भारी भ्रश्टाचार है। केजरीवाल बताएं कि अब तक कितना पैसा कितने उपभोक्ताओं ने गलत बिलों के हिसाब से पेमेंट कर दी है और कितने करोड़ पेमेंट आ गई है।
गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री 2016 में अपनी एक वीडियो में कहते हैं कि 95 प्रतिशत लोगों के बिल गलत आए हुए हैं। हमारे मीटर रीडर ने गलत बिल बनाये और फिर वे  रिश्वत भी मांगते हैं।
गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री से कोई पूछे कि ये जो 95 प्रतिशत लोगों की मीटर रीडिंग गलत हो रही है और लोग रिश्वत खा रहे हैं, उसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं तो किसकी है, और अब किसको बता रहे है ? किसने ठीक करना है ? 8 साल आपने क्या किया?
गोयल ने कहा कि उनके सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की है एकमुश्त निपटान योजना की, जल बोर्ड में उसकी कोई चर्चा नहीं है। जल बोर्ड से इस स्कीम के बारे में पूछा जाएगा तो वो कहेंगे अभी तक यह स्कीम फाइनल नहीं हुई है और मुख्यमंत्री ने बिना सोचे-समझे ऐलान कर दिया!
गोयल ने कहा कि 2016 में तो कोविड भी नहीं था, फिर क्यों जल बोर्ड  के बिलों की रीडिंग में क्यों भ्रष्टाचार हो रहा था?गोयल ने लोगों से अपील की है कि इस बारे में जिनके पास अधिक जानकारी हो, वो उनसे सम्पर्क करें।