सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बहुत अधिक महत्व है. घर दिशा, खिड़की, दरवाजे यह सब ज्योतिष शास्त्र पर ही निर्भर करते हैं. घर में कौन सी वस्तु कहां रखनी है कैसे रखनी है. इन सभी के बारे में हमें वास्तु शास्त्र के द्वारा ही जानकारी मिलती है. इसी तरह सीढ़ियों के नीचे क्या रखें, क्या न रखें इसके बारे में पटना के वास्तु विशेषज्ञ कुमार प्रियवर्धन उर्फ केपी सिंह जानकारी दे रहे हैं.

वास्तु विशेषज्ञ कुमार प्रियवर्धन बताते हैं कि चूंकि सीढ़ियों के नीचे की जगह खाली होती है, तो लोग वहां घर के टूटे फूटे, पुराने सामान छोड़ देते हैं. धीरे धीरे यहां ढ़ेर सारे कचरे का अंबार लग जाता है. इसमें कई सामान बिल्कुल बेकार और इस्तेमाल की भी नहीं होती हैं, फिर भी हम कई बार आलस्य से या कहें कि उस पुराने सामान से मोह के कारण भी उसे हटा नहीं पाते हैं. केपी सिंह आगे कहते हैं कि हम सब जानते हैं कि नव ग्रहों का हमारे जीवन में विशेष महत्व होता है. नव ग्रहों में से एक शनि ग्रह का सीधा सीधा लोहे से संबंध होता है. ऐसे में अपने घर की सीढ़ियों के नीचे अगर हम लोहे का कोई टूटा और पुराना सामान रखते हैं तो इससे हमारे शनि ग्रह पर प्रभाव पड़ता है. केपी सिंह की मानें तो ऐसा करने से हम अपना शनि ग्रह भी खराब कर लेते हैं.

सीढ़ियों के नीचे ना रखें बेकार सामान
केपी सिंह बताते हैं कि हमें आसानी से सीढ़ियों के नीचे खाली जगह मिल जाती है. इसलिए वहां लोहे के सामान के अलावा हम खराब इलेक्ट्रॉनिक्स आईटम जैसे रिमोट, टीवी इत्यादि भी रख देते हैं. कूड़े-कचरे टाइप के सामान को सीढ़ियों के नीचे न रखें, बेकार पड़े सामान को या तो रिपेयर करवा लें या फिर उसे फेंक दें. इसका सीधा प्रभाव हमारे राहू पर पड़ता है. उनकी मानें तो सीढियों का वास्तु शास्त्र में काफी अधिक महत्व होता है.

सीढ़ियों की जगह रखें खाली
केपी सिंह आगे बताते हैं कि सीढ़ियों पर हेलीकल मूवमेंट के कारण यहां एनर्जी लेवल काफी हाई होती है. इसलिए वास्तु शास्त्र में सीढ़ियों के नीचे खराब और खासकर वैसे समान जिनका हम भविष्य में इस्तेमाल नहीं करने वाले हैं उन्हें बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए. उनकी मानें तो जैसे जैसे वास्तु की इन बातों को हम फॉलो करते हैं इससे हमें वैसे ही लाभ भी मिलता जाता है. और तब हमारा विश्वास भी इन बातों पर बढ़ता है. वास्तु से संबंधित किसी जानकारी के लिए आप केपी सिंह से+91 91137 32036 पर संपर्क भी कर सकते हैं.