मोहम्मद शमी की फिटनेस पर भले ही रोहित शर्मा अबतक भरोसा नहीं कर पाए हों लेकिन ये खिलाड़ी मैदान में कमाल पर कमाल किए जा रहा है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे मोहम्मद शमी ने बंगाल के लिए इस बार बल्ले से दम दिखाया है. चंडीगढ़ के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में कमाल की बैटिंग की. बेंगलुरु के चिन्नास्वामी मैदान में चल रहे मुकाबले में बंगाल की टीम बल्लेबाजी में जूझ रही थी और इसके बाद शमी 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने पूरा मैच ही पलट दिया. शमी ने 17 गेंदों में नाबाद 32 रनों की पारी खेली.

छक्के-चौकों की बारिश

मोहम्मद शमी जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तब बंगाल के 114 रन पर 8 विकेट गिर चुके थे. शमी ने इसके बाद आखिरी 2 विकेटों में 45 रन जोड़े, जिसमें से 32 रनों का योगदान उनका था. शमी ने अपनी पारी में 3 चौके और 2 छक्के लगाए. उनका स्ट्राइक रेट 188 से ज्यादा का रहा. शमी की इस पारी के दम पर बंगाल की टीम 20 ओवर में 159 रनों तक पहुंच गई.

फिर गेंद से किया कमाल

बल्ले से कमाल दिखाने के बाद शमी ने गेंद से अपना जादू दिखाया. इस खिलाड़ी ने पहले ओवर की तीसरी ही गेंद पर छत्तीसगढ़ के ओपनर अर्सलान खान को पहली गेंद पर निपटा दिया. मोहम्मद शमी रंग में दिखाई दे रहे हैं. खबर लिखे जाने तक वो सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 9 विकेट ले चुके थे. हालांकि रोहित शर्मा को उनकी फिटनेस पर अब भी यकीन नहीं है. एडिलेड में हार के बाद रोहित के बयान से तो कुछ ऐसा ही लगा. रोहित ने कहा था कि सैयद मुश्ताक ट्रॉफी के मैच के दौरान उसके घुटने में सूझन हुई थी. जबतक उन्हें क्लीन चिट नहीं मिलती उन्हें ऑस्ट्रेलिया नहीं बुलाया जा सकता.

टीम इंडिया को है शमी की जरूरत

रोहित शर्मा भले ही क्लीन चिट का इंतजार कर रहे हों लेकिन ये बात तो साफ है कि टीम इंडिया को शमी की बहुत जरूरत है. ऑस्ट्रेलिया में जसप्रीत बुमराह ने पहले दो टेस्ट मैचों में कमाल बॉलिंग की है लेकिन उन्हें दूसरी तरफ से सपोर्ट नहीं मिल पा रहा. शमी अगर उनके साथ ऑस्ट्रेलिया में रहते तो भारतीय बॉलिंग अटैक बहुत विस्फोटक होता. ऐसा माना जा रहा है कि शमी आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम से जुड़ सकते हैं, हालांकि ये अभी तय नहीं है. खैर शमी ऑस्ट्रेलिया जाएंगे या नहीं ये तो बाद की बात है लेकिन पहले ये खिलाड़ी सैयद मुश्ताक ट्रॉफी में बंगाल को चैंपियन बनाने की सोच रहा होगा.