शुक्रवार को पांच महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद बीएसई सेंसेक्स सोमवार को नए सप्ताह की शुरुआत करने जा रहा है. इस सप्ताह बाजार एफआईआई की गति, चौथी तिमाही के नतीजे के अंतिम दौर और वैश्विक संकेतों के जरिए निर्देशित होंगे. इसके अलावा कर्नाटक चुनाव के नतीजों का असर भी देखने को मिल रहा है. हाल ही में संपन्न कर्नाटक चुनाव के परिणामस्वरूप कांग्रेस विजेता के रूप में उभरी है. हालांकि इसका बाजार पर भावनात्मक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन इस परिणाम का ज्यादातर हिस्सा निवेशकों के जरिए पहले ही तय कर लिया गया है. इसलिए, यह संभावना नहीं है कि बाजार में कोई महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देखने को मिले.

एफआईआई का रहेगा असर

वहीं बाजार एफआईआई की गति, चौथी तिमाही की आय के अंतिम दौर और अगले सप्ताह वैश्विक संकेतों से प्रभावित होगा. भारतीय शेयर बाजार में एफआईआई लगातार दस कारोबारी सत्रों से शुद्ध खरीदार रहे हैं और उनकी निरंतर गति आने वाले दिनों में बाजार की दिशा को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक बने सकती है.

तिमाही नतीजे

जैसा कि हम Q4 नतीजों के अंतिम दौर में प्रवेश कर रहे हैं, निवेशक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के परिणामों की बारीकी से निगरानी करेंगे. इसके अतिरिक्त, कर्नाटक चुनाव परिणामों के बाद उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) संख्या जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतकों के प्रभाव पर भी अगले सप्ताह की शुरुआत में बारीकी से नजर रखी जाएगी.

विदेशी बाजार

वहीं विदेशी बाजार में भारतीय शेयर बाजार पर असर डाल सकते हैं. वैश्विक संकेत अपेक्षाकृत कम हैं, लेकिन बाजार अमेरिकी बाजारों की दिशा, बॉन्ड प्रतिफल और डॉलर इंडेक्स पर नजर रखेंगे, जो संभावित रूप से भारतीय इक्विटी को प्रभावित कर सकते हैं.