दमोह ।  बुधवार की शाम खाद न मिलने से किसानों ने दमोह-हटा मार्ग पर पथरिया फाटक ओवरब्रिज पर जाम लगा दिया और सड़क पर बैठकर नारेबाजी की गई। जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन किसानों ने धरना खत्म नहीं किया। इसके बाद दमोह तहसीलदार विकास अग्रवाल मौके पर पहुंचे और उनके पहुंचने के बाद किसानों ने धरना खत्म किया और खाद का विक्रय शुरू हुआ। करीब एक घंटे तक दमोह-हटा मार्ग का यातायात बाधित रहा।

समय पर नहीं मिल रही खाद

किसानों को तीन गुल्ली के समीप स्थित जिला विपणन संघ की गोदाम से खाद दिया जाता है। जहां इन किसानों के टोकन जमा कर लिए गए और उन्हे पथरिया फाटक ओवर ब्रिज के समीप गोदाम पर खाद लेने के लिए अधिकारियों ने भेज दिया, लेकिन यहां पूरा दिन बीत जाने के बाद भी जब किसानों को खाद नहीं मिला तो उन्होंने सड़क पर आकर जाम लगा दिया। किसान हरेंद्र सिंह, अजमेर सिंह, दुर्जन सिंह, तीरथ पटेल, वीरेंद्र पटेल ने बताया कि खाद प्राप्त करने के लिए हर बार किसानों को इसी तरह प्रदर्शन करना पड़ता है। तीन गुल्ली स्थित गोदाम पर सभी किसानों के टोकन जमा कर लिए और और पथरिया फाटक ओवर ब्रिज के समीप के गोदाम भेज दिया। यहां दो दिन से किसान परेशान हो रहे हैं, लेकिन सभी किसानों को खाद नहीं मिल रही। कुछ किसानों को खाद उपलबध कराने के बाद खाद विक्रय बंद कर दिया जाता है। बुधवार को भी यही हाल रहा जिससे किसानों ने मुख्य सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और जब तक खाद न मिलेगी तब तक यहां से न उठने की बात कही गई।सूचना मिलने के बाद दमोह तहसीलदार विकास अग्रवाल मौके पर पहुंचे और किसानों से बात करने के बाद खाद देने वाले कर्मचारियों से जानकारी ली और खाद का विक्रय शुरू कराया जिसके बाद जाम खत्म हुआ और दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।

फंसे रहे स्कूली छात्र

पथरिया फाटक ओवरब्रिज के समीप शाम के समय जब किसानों ने अपना आंदोलन शुरू किया उसी समय स्कूलों की छुट्टी का समय था। जब छात्र ओवर ब्रिज के समीप पहुंचे तो वह जाम में फंस गए और यहां-वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन कहीं से कोई रास्ता नहीं था। जिससे दर्जनों छात्र एक घंटे तक इसी जाम में फंसे रहे और जब किसान यहां से उठे उसके बाद छात्र अपने घरों को जा सके।