नौकरी या व्‍यापार में जल्‍दी कामयाबी पाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते. वहीं कुछ लोग रत्नों के प्रभाव में भी विश्वास रखते हैं. रत्‍न शास्‍त्र को ज्‍योतिष की बहुत अहम शाखा माना गया है. रत्‍नों की मदद से कुंडली के निर्बल ग्रहों को मजबूत करके उनसे शुभ फल पाए जा सकते हैं. साथ ही शुभ ग्रहों को मजबूत करके उनसे मिलने वाले फल को बढ़ाया जा सकता है. रत्‍न शास्‍त्र में 9 रत्‍न 84 उपरत्‍न बताए गए हैं. इन सभी 9 रत्‍नों का संबंध किसी न किसी ग्रह से है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे रत्न के बारे में बताने जा रहे हैं जो नौकरी-व्‍यापार में तरक्‍की पाने के लिए पहना जाता है. इसे पहनते ही व्‍यक्ति का भाग्‍य साथ देने लगता है.
जॉब-बिजनेस में मिलती है तेजी से तरक्‍की
बुध ग्रह का प्रतिनिधित्‍व करने वाला पन्‍ना रत्‍न बहुत प्रभावी रत्‍न होता है. यह रत्‍न पहनने से जातक की बुद्धि, चातुर्य, वाक् चातुर्य बढ़ता है. साथ ही यह नौकरी-व्‍यापार में तेजी से तरक्‍की दिलाता है. ज्‍योतिष में बुध को व्यापार का दाता कहा जाता है. यह रत्‍न याददाश्‍त भी बढ़ाता है.

ये लोग धारण कर सकते हैं पन्‍ना
मिथुन, कन्या राशि लग्न वालों के लिए यह रत्‍न पहनना बहुत फायदा देता है. इसके अलावा वृषभ, तुला, मकर कुंभ राशि के लोग भी पन्‍ना पहन सकते हैं. लेकिन मेष, कर्क वृश्चिक वालों को पन्ना बिल्कुल भी धारण नहीं करना चाहिए. वैसे कोई भी रत्‍न धारण करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए. वहीं कारोबारियों, विद्यार्थियों, मीडिया, फिल्‍म जगत से जुड़े लोगों के लिए पन्‍ना पहनना बहुत लाभ देता है.
ऐसे धारण करें पन्‍ना
पन्‍ना को चांदी या सोने की अंगूठी में हाथ की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) में बुधवार के दिन धारण करना अच्‍छा होता है. बेहतर होगा कि इसे सूर्योदय से लेकर सुबह के 10 बजे तक पहन लें. पन्‍ना कम से कम सवा 7 कैरेट का होना चाहिए. वैसे विशेषज्ञ इसे शरीर के वजन के मुताबिक धारण करने की सलाह देते हैं. पन्‍ना पहनने से पहले उसे कुछ देर के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री दूध के घोल में डुबोकर रख दें. फिर गंगाजल से धोकर उसे धूप दीप दिखाकर ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करके धारण करें. इस दिन बुध ग्रह से संबंधित चीजों का दान करें. गाय को हरा चारा खिलाएं.