भोपाल ।  मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में महज दस दिन से भी कम समय बाकी है, ऐसे में प्रदेश की सियासत दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। अभी तक तो प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरकर प्रचार-प्रसार करते हुए उनके पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे थे। वहीं अब प्रत्याशियों की पत्नी, बहन, बेटी-बेटे सहित कई अन्य रिश्तेदारों ने भी चुनावी मोर्चा संभाल लिया है। कुछ ऐसा ही नजारा प्रदेश की दो सबसे हाईप्रोफाइल सीट बुधनी और छिंदवाड़ा में देखने को मिल रहा है।
बुधनी विधानसभा सीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की रिवायती सीट मानी जाती है। यहां से भाजपा ने उन्हें इस बार चुनावी मैदान में उतार है। सीएम शिवराज की पत्नी पूरे क्षेत्र में घूमकर लगातार उनके लिए वोट मांग रही हैं। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कांग्रेस ने छिंदवाड़ा से प्रत्याशी बनाया है। कमलनाथ की बहू प्रिया नाथ भी अपने ससुर के लिए लगातार प्रचार-प्रसार कर उनके पक्ष में वोट मांग रही हैं। दोनों ही महिलाएं ने लग्जरी लाइफ स्टाइल छोड़ अब विधानसभा क्षेत्र की गलियों और सडक़ों पर घूमती नजर आ रही हैं। साधना सिंह चौहान पति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा कराए गए विकास कार्यों की बात करते हुए लोगों से उनके पक्ष में वोट करने की अपील कर रही हैं। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की बहू प्रिया नाथ, ससुर के कार्यकाल में किए गए कार्यों का हवाला देकर अधिक से अधिक वोट से जिताकर शानदार तोहफा देने की बात मतदाताओं से कह रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह चौहान भी सीएम हाऊस की लग्जरी लाईफ छोड़ पति के लिए प्रचार प्रसार करने में जुटी हुईं हैं। साधना सिंह चौहान बुधनी विधानसभा के आदिवासी गांवों में पहुंची। यहां उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज हमेशा से ग्रामीणों के बीच रहे हैं। सीएम रहते हुए उन्होंने हर वर्ग के लिए बहुत कुछ किया है। बहनों के लिए लाडली बहना और बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की। उन्होंने कहा कि आदिवासी गांव में विकास के बहुत काम हुए हैं। कांग्रेस की 70 साल की सरकार जो नहीं कर सकी, वह भाजपा ने पिछले 17 सालों में कर दिखाया है।
पीसीसी चीफ कमलनाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी है। कांग्रेस की ओर से पूरे प्रदेश की चुनावी प्रचार की जिम्मेदारी होने की वजह से वे छिंदवाड़ा सीट पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में यह जिम्मेदारी उनकी बहु प्रिया नाथ उठा रही हैं। प्रिया नाथ विधानसभा क्षेत्र में घूम-घूम कर प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रिया नाथ ने उम्रनाला में प्रचार-प्रसार के दौरान महिलाओं से कहा कि पिछली जो भी बातें हैं, उन बातों को हम भूलकर इस बार 17 तारीख को अधिक से अधिक वोटों से कमलनाथ जिताएं। उम्रनाला के हर उस बूथ से जिताओ जहां से वो हारे हैं, और वह व्यक्ति जिसने अपने जीवन के 42 साल आप लोगों के लिए समर्पित कर दिए हैं, उन्हें ये यह खूबसूरत तोहफा भेंट करें। प्रिया नाथ ने अपने संबोधन में महिला-पुरुष मतादाओं की संख्या का जिक्र करते हुए कहा, कि हमारे जिले में महिला मतदाता, पुरुष मतदाताओं के बराबर हैं। माता-बहनों अगर हमारी महिला शक्ति संगठित हो जाए, तो फिर परस्थितियां कितनी भी विपरीत हो, हम महिला संगठित होकर दिशा, दशा और सरकार तीनों ही बदल देंगे। जैसे घर और समाज आप लोगों के बगैर नहीं बनता, उसी तरह यह सरकार भी आप लोगों के बगैर नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि इस बार जब परिणाम आए और मैं कमलनाथ और नकुलनाथ के पास जाऊं। तो मैं ये कह सकूं कि ये उम्रनाला की महिला शक्ति का परिणाम है।
मप्र विधानसभा चुनाव में एक सीट ऐसी भी है जहां विलायती बहू अपनी देशी सास के लिए चुनाव प्रचार कर रही है। हिंदी नहीं आने के बावजूद बहू अंग्रेजी में ही वोट मांग रही है। जी, हां प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में केवल प्रत्याशी ही चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बल्कि उनके समर्थकों, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साथ नातेदार रिश्तेदार और पूरा परिवार भी चुनाव लड़ रहा है। ये सभी अपने प्रत्याशी के लिए चुनाव मैदान में जी जान से जुटे हैं। ऐसी ही एक सीट है भोपाल की गोविंदपुरा। भाजपा प्रत्याशी कृष्णा गौर के लिए अटलांटा, जॉर्जिया की रहने वाली उनकी बहू क्रिस्टल राठौर प्रचार के लिए खास यहां आईं हैं। वे घर-घर जाकर सासू मां के पक्ष में वोट करने की अपील कर रही हैं। बहू को हिंदी नहीं आती है ऐसे में टूटी फूटी हिंदी और अंग्रेजी में ही मतदाताओं से संपर्क साध रही हैं। क्रिस्टल के साथ उनके पति अमन गौर भी विदेश से मां के लिए प्रचार करने पहुंचे हैं।
विधानसभा चुनाव में नेताओं के अलग-अलग रंग दिख रहे हैं। चुनावी मैदान में नेता हर काम में माहिर दिख रहे हैं। नेता तो नेता उनके परिवार के लोग भी इस काम में लगे हैं। इंदौर-1 बीजेपी उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय की बहू उनके लिए चुनाव प्रचार में जुटी है। कैलाश विजयवर्गीय अपने क्षेत्र में तो चुनाव प्रचार कर ही रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जा रहे हैं। ऐसे में उनके बेटे-बहू ने क्षेत्र में चुनाव प्रचार की कमान को संभाल लिया है। कैलाश विजयवर्गीय की बहू सोनम विजयवर्गीय लगातार इंदौर-1 विधानसभा सीट में प्रचार कर रही हैं। वह महिला कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार के लिए निकलती हैं। इस दौरान दौरान महिला वोटरों से संवाद भी करती हैं। संवाद के दौरान सोनम विजयवर्गीय के एक पराठे की दुकान पर रुक गईं। इस दौरान वह बैठकर पराठा सेंकने लगी हैं। दरअसल, सोनम विजयवर्गीय बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय की पत्नी हैं। आकाश विजयवर्गीय इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं। चुनाव प्रचार के दौरान सोनम विजयवर्गीय के साथ महिलाओं की भीड़ भी चल रही है। इस दौरान वह महिला समर्थकों के साथ गोलगप्पे की दुकान पर रुक जाती हैं। वहां अपने समर्थकों के साथ गोलगप्पे खाने लगती हैं। साथ ही लोगों से बात भी कर रही थीं। सोनम विजयवर्गीय अपने ससुर की जीत पक्की करने के लिए घर-घर जा रही हैं। वह लगातार क्षेत्र की महिलाओं से संवाद कर रही हैं। इसके साथ ही बीजेपी की योजनाओं के बारे में भी बता रही हैं।