भोपाल ।  अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव से पहले इस पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे बुधवार को भोपाल आ रहे हैं। वे विशेष विमान से आएंगे और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और निर्वाचित प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों से मिलकर चर्चा करेंगे। खड़गे करीब साढ़े तीन घंटे भोपाल में रुकने के बाद दोपहर तीन बजे दिल्ली लौट जाएंगे। वहीं इस पद के दूसरे दावेदार शशि थरूर शुक्रवार (14 अक्टूबर) को भोपाल आ रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मतदान कराया जाएगा। इसमें प्रदेश कांग्रेस के 502 प्रतिनिधि अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 15 मनोनीत सदस्य हैं। इसके अलावा 487 प्रतिनिधि वोट डालेंगे। इनमें कांग्रेस के 95 विधायक भी शामिल हैं। जबकि खंडवा लोकसभा के उप चुनाव के समय अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला भाजपा में शामिल हो गए थे। इसलिए वे मतदान नहीं करेंगे। कांग्रेस तीन बार उनकी सदस्यता खत्म करने के लिए विधानसभा को आवेदन दे चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने यह मामला छीनबीन समिति को सौंपा था। समिति की रिपोर्ट आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस का आवेदन निरस्त कर दिया।

खड़गे का पलड़ा भारी

चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। वे सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के पसंद के उम्मीदवार माने जा रहे हैं। इसलिए पूरी संभावना है कि सभी वोट उन्हें ही मिलेंगे। वैसे भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साफ कर चुके हैं कि उनका वोट खड़गे को ही जाएगा। वहीं खड़गे के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कदम पीछे खींच लिए थे। यहां तक कि वे नामांकन जमा कराने खड़गे के साथ गए थे। प्रदेश में इन दोनों नेताओं के इर्द-गिर्द ही कांग्रेस की राजनीति घूमती है। हालांकि कांग्रेसियों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी पहले ही तय कर चुकी है कि इस चुनाव में कोई किसी का पक्ष नहीं लेगा। यानी, ऊपर से जो लाइन तय की गई है। उसी आधार पर मतदान होगा।