भोपाल ।   प्रदेश का 67वां स्थापना दिवस समारोह। राजधानी के लाल परेड मैदान पर हजारों की संख्या में लोग और सामने मंच पर हाथ में माइक थामे मप्र के मुखिया शिवराज सिंह चौहान। साथ में गुलाबी ठंडक के बीच मशहूर संगीतकार शंकर, एहसान और लॉय की शानदार संगीत प्रस्तुतियों पर झूमते लोग। यह नजारा गुरुवार रात लाल परेड मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में देखने को मिला। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को भगवान शिव की भक्ति करने से नहीं रोक सके। सीएम खुद मंच पर पहुंचे और सबसे पहले महामृत्युंजय मंत्र का गान किया। इसके बाद गायक व संगीतकार शंकर महादेवन के साथ शिव स्तुति को भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सीएम चौहान का अभिवादन किया। शंकर महादेवन ने मुख्यमंत्री चौहान का अभिवादन करते हुए कहा कि यह पहली बार है, जब किसी मुख्यमंत्री ने हम लोगों के साथ साधारण तरीके से मंच साझा किया है। इस दौरान प्रदेश की पर्यटन व संस्‍कृति मंत्री ऊषा ठाकुर भी मंच पर सीएम शिवराज व गायक शंकर के साथ सुर में सुर मिलाती नजर आईं।

गणपति वंदना से की प्रस्तुतियों की शुरुआत

इसके पूर्व तीनों संगीतकारों की जोड़ी ने गणपति वंदना से प्रस्तुति की शुरुआत की। इसकें बाद दिल चाहता है..., लक्ष्य को हर हाल में पाना है..., प्रिटी वुमन..., सजदा तेरा सजदा... और तुझे सब है पता मेरी मां... गीत को प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। शानदार गीतों की यह रंगारंग प्रस्तुति देर रात तक जारी रही, जिसका भोपाल वासियों ने भरपूर आनंद लिया।

मंच पर अर्धनारीश्‍वर की अलौकिक प्रस्‍तुति

इस संगीत प्रस्तुति से पूर्व कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी ने 400 से ज्यादा कलाकारों के साथ मंच पर शिव महिमा की प्रस्तुति की। उन्‍होंने पहली प्रस्तुति के रूप में अर्धनारीश्वर प्रसंग का मंचन किया, जिसे देख कार्यक्रम में मौजूद सभी दर्शक वाह-वाह कर उठे।

एक प्रस्तुति में किया भारत के कई जनजातीय नृत्यों का समावेश

मैत्री पहाड़ी ने अपने द्वारा दी एक प्रस्तुति में एक साथ भारत के कई जनजातीय नृत्यों का समावेश कर दिया। इस दौरान कई कलाकार मंच पर जलते हुए दीपक लेकर भी पहुंचे थे। इस पूरी प्रस्तुति में भगवान शिव की विभिन्न कथाओं का वर्णन किया गया, जिसमें प्रकृति के प्रादुर्भाव, मां सती का शरीर लेकर शिव तांडव करना और मां के शरीर से भारत में विभिन्न स्थानों पर शक्तिपीठों के निर्माण को दिखाया गया। इस पूरे चित्रण में कई शास्त्रीय और जनजातीय नृत्यों का समावेश था। प्रस्तुति के अंत में भारत के 12 ज्योर्तिलिंगों और महाकाल लोक की भव्यता के बारे में बताया गया। इस मौके पर सीएम ने सभी से एक बार महाकाल महालोक के दर्शन करने की बात कही। सीएम ने इस अवसर पर मैत्री पहाड़ी और उनकी पूरी टीम को मंच पर जाकर सम्‍मानित भी किया।