भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों को बोझ नहीं वरदान समझा जाए, इसीलिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सहित महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक योजनाएँ लागू कर गई हैं। पंचायत और नगरीय निकायों में आरक्षण तथा महिलाओं के नाम अचल संपत्ति की रजिस्ट्री में विशेष छूट की व्यवस्था भी की गई है। महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू की गई है। मुख्यमंत्री चौहान पन्ना जिले के अजयगढ़ और झाबुआ जिले के मेघनगर एवं रामा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व से वर्चुअली शामिल हुए। अजयगढ़ में 305, मेघनगर में 458 और रामा में 278 जोड़े परिणय-सूत्र में बंधे। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने पन्ना और झाबुआ कलेक्टर को निर्देश दिए कि परिणय-सूत्र में बंध रही बेटियाँ जिन-जिन शासकीय योजनाओं के लिए पात्र हैं, उन्हें उन योजनाओं से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नव-विवाहित बेटियों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से भी जोड़ा जाएगा। अजयगढ़ पन्ना में हुए सामूहिक विवाह समारोह में खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा तथा जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। झाबुआ जिले की जनपद पंचायत रामा और मेघनगर के कार्यक्रमों में भी जन-प्रतिनिधि और वर-वधु के परिजन उपस्थित रहे।