रायपुर।  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 1 अगस्त को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पीएम मोदी को रायपुर में होने वाले ‘अमृत रजत महोत्सव’ में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का न्योता दिया। इसके अलावा CM साय के दौरे के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। दरअसल छत्तीसगढ़ में सिर्फ दो मंत्री पद पर फैसला नहीं होना है, बल्कि 100 से ज्यादा पदों पर नियुक्ति होनी है। वहीं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने केंद्रीय संगठन को प्रदेश पदाधिकारियों की लिस्ट दिखाई। साथ ही निगम मंडल और संसदीय सचिवों की लिस्ट भी सौंपी गई है।

हरियाणा फॉर्मूले पर होगा छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार?

बता दें कि छत्तीसगढ़ में लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की जो कवायद चल रही थी। जल्द ही उसके परिणाम भी सामने आ सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष के साथ कई विधायक भी आज दिल्ली गए हैं। इन विधायकों के दिल्ली पहुंचने के बाद कुछ नए नाम मंत्री पद की दौड़ में नजर आने लगे हैं। हरियाणा फॉर्मूले पर मंत्रिमंडल का विस्तार होना तय माना जा रहा है। हरियाणा फॉर्मूले पर अगर मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो तीन नए मंत्री साय कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं।

मंत्री बनने की रेस में ये नाम हैं शामिल

सूत्रों के हवाले से खबर है कि SC वर्ग को साधने के लिए आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब को मंत्री पद से नवाजा जा सकता है। वहीं जातिगण समीकरण को साधने के लिए बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद बसना विधायक संपत अग्रवाल को भी मंत्री बनाया जा सकता है, हालांकि अब तक मंत्री पद की दौड़ में जिन तीन नाम की सबसे ज्यादा चर्चा थी। उसमें अमर अग्रवाल, गजेंद्र यादव और पुरंदर मिश्रा शामिल थे।

संसदीय सचिवों के नामों की लिस्ट तैयार

बीजेपी के सूत्रों की माने तो संसदीय सचिवों को लेकर सरगुजा संभाग से सबसे ज्यादा मंत्री आते हैं। इसलिए वहां से दो विधायकों को सांसदीय सचिव बनने पर सहमति मिली है, जबकि रायपुर और बिलासपुर संभाग से तीन-तीन संसदीय सचिव, जबकि दुर्ग और बस्तर संभाग से दो-दो संसदीय सचिव के नाम पर सहमति बनी है। किस संभाग के कौन-कौन से विधायक संसदीय सचिव बन सकते हैं। सबसे पहले बात करें सरगुजा संभाग की तो भूलन सिंह मरावी, उद्धेश्वरी पैकरा, राजेश अग्रवाल और रामकुमार टोप्पो के नाम की चर्चा चल रही है। इसमें से किसी दो विधायक को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। जबकि बिलासपुर संभाग से प्रेमचंद पटेल, प्रणव कुमार मरपच्ची और सुशांत शुक्ला को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। वहीं रायपुर संभाग से योगेश्वर राजू सिन्हा, अनुज शर्मा और इंद्र कुमार साहू को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है। इसके साथ ही दुर्ग संभाग से रिकेश सेन और भावना बोहरा, जबकि बस्तर संभाग से आशाराम नेताम और विनायक गोयल को संसदीय सचिव बनाया जा सकता है।