भोपाल । अगले साल के अंत तक होने वाले विधानसभा के चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरु कर दी है। चुनावी दौर में सोशल मीडिया को राजनीतिक दल अपने प्रचार और कम समय में अधिक लोगों से संपर्क कर उन तक पहुंचने के लिए अधिकाधिक उपयोग करते है। ऐसे में जिले से लेकर मंडल तक आईटी की पहले से ही तैनाती पाटियों ने कर रखी है लेकिन अब भाजपा बूथ स्तर पर युवाओं को आईटी में प्रशिक्षण कर इसे धार देने के लिए तैनात करेंगे। जो सरकार व संगठन के कामों को लेकर बूथ स्तर पर सक्रिय होकर अधिक लोगों को जोड़ सकें। इसके लिए 30 वर्ष के कम उम्र के युवाओं को चुना जाएगा। हर एक बूथ पर दो युवा को आईटी की जवाबदारी पार्टी इसके लिए देगी। इसी माह में इनके चयन से लेकर प्रशिक्षण भी पूरे होंगे।
आगामी दिनों में चुनाव को देखते हुए पार्टी के लगातार प्रशिक्षणों से लेकर अभ्यासवर्ग सहित अन्य कार्यक्रम आ रहे है। ऐसे में इन सबसे पहले आईटी टीम को बूथ स्तर पर तैयार किया जा रहा है। प्रदेश में सभी बूथ पर युवा विधानसभा व बूथ क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों से लेकर हितग्राहीमूलक योजनाओं में जिन्हें लाभ मिल रहा है उन्हें भी जोड़ेंगे तो उन पर भी पोस्ट करेंगे। वहीं अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले मुद्दों को पोस्ट से जवाब भी देना होगा। पार्टी ने हर बूथ को मजबूत करने के अपने इस अभियान में आईटी पर बल देकर इस एजेंडे को आगे बढ़ाया है।
एक साल तक आईटी का धार देने का अहम जिम्मा
आईटी को धार देने के लिए भाजपा ने बूथ स्तर तक आईटी में विशेषज्ञों को जोडऩे की योजना पर काम शुरु किया। इसमें जिन चेहरों को आईटी की जवाबदारी दी जाएगी। वह सीधे तौर पर जिले से लेकर आईटी की प्रादेशिक टीमों के संपर्क में होंगे। ऐसे में आगामी एक साल तक यह युवा प्रादेशिक निर्देशों के अनुरुप बूथ स्तर पर आईटी पर सक्रिय रहेंगे और सरकार से लेकर संगठन की देश-प्रदेश से लेकर जिला स्तर पर होने वाली गतिविधियों से लोगों को जोडऩे का काम करेंगे। आईटी के माध्यम से पार्टी युवाओं पर फोकस कर रही है। पार्टी में फिलहाल बूथ अध्यक्ष व संयोजक बना रखे है। इनके साथ अब आईटी विंग भी बूथ स्र तक मजबूत होगी। वर्तमान में मंडलों से लेकर मोर्चो प्रकोष्ठ में आईटी पर कार्यकर्ता काम कर रहे है लेकिन अब बूथ स्तर पर भी आईटी को धार देने के लिए भाजपा ने इस पर काम शुरु किया है। 20 दिसंबर तक इसके प्रशिक्षण भी पूरे होंगे। इसमें भोपाल से आईटी के पार्टी के स्पेशलिस्ट आकर प्रशिक्षण देंगे और युवाओं को फेसबुक से लेकर व्हाट्सअप व ट्वीटर से लेकर अन्य प्लेटफॉर्म पर सक्रियता से लेकर सरकार व संगठन स्तर की विभिन्न योजनाओं से लेकर कार्यक्रम के बारें में पोस्ट डालने से लेकर अन्य बिन्दुओं की जानकारी देते हुए प्रशिक्षित करेंगे।