दिल्ली । एक नौ साल के बच्चे ने अपने शरीर के आठ अंगों को दान कर ‎दिया है। इनमें ‎लिवर व ‎किडनी भी शा‎मिल हैं। अंगदान महादान है और यह बात बड़े ही नहीं कई बार बच्‍चे भी साबित कर जाते हैं। इन्‍हीं बच्‍चों में हरियाणा के मेवात स्थित पुन्‍हाना के रहने वाले 9 साल के सलीम ने जिंदगी और मौत से जूझ रहे लोगों को नया जीवन दिया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान दिल्‍ली में ब्रेन डेड घोषित सलीम की एक किडनी और लिवर से दो युवा मरीजों को जीवनदान भी मिल गया है। वहीं कुछ अंग एम्‍स की ऑर्गन बैंक में सुरक्षित हैं। ऑर्गन डोनर सलीम के परिजनों ने बताया कि एक दिन पहले 15 अप्रैल 2023 को पैदल सड़क पार करने के दौरान एक टू-व्‍हीलर सवार ने सलीम को टक्‍कर मार दी। जिसमें सलीम घायल हो गया और उसे सिर में गंभीर चोट आई। हालत गंभीर होने पर सलीम को एम्‍स दिल्‍ली के ट्रॉमा सेंटर में 16 अप्रैल को भर्ती किया गया लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका और डॉक्‍टरों ने सलीम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
सलीम के ब्रेन डेड होने के बाद एम्‍स के आर्बो (आर्गेन रिट्रिवल बैंकिंग आर्गेनाइजेशन) ने उसके माता-पिता को अंगदान करने के लिए अनुरोध किया। जिसके बाद माता-पिता ने किडनी, लिवर, हृदय, फेफड़ा, पैंक्रियाज, आंत, दोनों कार्निया, हृदय का वाल्व व हड्डियां दान करने की अनुमति दे दी। हालांकि सलीम के जन्‍म से ही एक किडनी थी। वहीं उसका हार्ट और फेफड़ा भी अंगदान के लिए सही नहीं पाया गया। जबकि अन्‍य चीजें एकदम ठीक थीं। एम्‍स की प्रमुख डॉ. आरती विज की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि मरीजों की जरूरत को देखते हुए सलीम की एक किडनी एम्‍स के ही एक 20 वर्षीय मरीज को प्रत्‍यारोपित की गई। जबकि उसका लिवर अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन द्वारा इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज में 16 वर्षीय युवक को दिया गया। वहीं सलीम के अन्‍य अंग जैसे कॉर्निया और हार्ट वॉल्‍व आदि को ऑर्गन बैंक में सुरक्षित रखा गया है।