960 बार टेस्ट देने के बाद 69 वर्षीय महिला को मिला ड्रायविंग लाइसेंस
सियोल । एक महिला के साथ अजीब वाकया हुआ, जिसे एक ड्राइविंग लाइसेंस यानी डीएल बनवाने में 18 साल का वक्त लग गया और 11 लाख रुपए खर्च भी हुए। वहीं 960 टेस्ट देने पड़े, तब जाकर उसे अपना ड्राइविंग लाइसेंस मिल सका। ये मामला दक्षिण कोरिया का है, जहां चा सा सून नाम की महिला राजधानी सियोल से 130 मील की दूरी पर रहती है। इस महिला का धैर्य और उसकी हार न मानने की क्षमता के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां हम किसी काम को 8-10 बार करने के बाद छोड़ देते हैं, वहीं ये महिला हर हफ्ते 5 बार ड्राइविंग टेस्ट लगातार तीन साल तक देती रही। इतना इंतजार और मेहनत करने के बाद उसे अपने हाथ में डीएल मिल सका।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चा सा सून ने पहली बार साल 2005 के अप्रैल महीने में ड्राइविंग टेस्ट के लिए लिखित परीक्षा दी थी। इसमें फेल होने के बाद उसने 780 बार फिर से परीक्षा दी। हफ्ते में 2 बार उसकी परीक्षा होती रही, जब तक कि वो पास नहीं हो गई। इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ प्रैक्टिकल टेस्ट का। इस काम में पास होने के लिए उसे 10 और अटेम्प्ट करने पड़े यानी कुल 960 बार परीक्षाओं से गुजरने के बाद चा सा सून के हाथ में ड्राइविंग लाइसेंस आ सका। अब उनकी उम्र 69 साल है, जब उन्हें गाड़ी चलाने की सरकारी परमिशन मिली है।
इतना ही नहीं, महिला ने इस पूरे प्रोसेस में 11 लाख रुपये से भी ज्यादा खर्च किए, तब जाकर उसे लाइसेंस मिल सका। उसने अपने सब्ज़ी बेचने के बिजनेस के लिए ये लाइसेंस चाहिए था, ताकि वो लॉरी ड्राइव कर सके। उसकी कहानी वायरल होने के बाद दक्षिण कोरियन कंपनी ह्युंडई के मैन्युफैक्चरर की ओर से उसे एक नया वाहन भी दिया गया है, जिसकी कीमत लाखों में है। इतना ही नहीं, उसे गाड़ी के विज्ञापन में भी दिखाया जाएगा। महिला को लाइसेंस मिलने के बाद सबसे ज्यादा खुशी उसके ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर को हुई है।