भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के वोटिंग होने के अगले दिन शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि पूरे चुनाव के दौरान पुलिस और प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही है। कमलनाथ का कहना है कि वे अपने कार्यकर्ताओं से अफसरों के कामकाज की पूरी रिपोर्ट तैयार करा रहे हैं। चुनाव में संदिग्ध भूमिका वाले अफसरों से 3 दिसंबर के बाद निपटा जाएगा।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वोटिंग के दौरान दिनभर शराब और दूसरी अनैतिक गतिविधियां चलती रहीं और पुलिस-प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर सीट  से रिपोर्ट तैयार करा रही है कि चुनाव में पुलिस-प्रशासन क्या भूमिका रही? उन्होंने कहा कि कुछ कलेक्टरों की भी शिकायत हमारे पास आई हैं।  कमलनाथ का कहना है कि इन सबको 3 दिसंबर के बाद देखा जाएगा।
कमलनाथ लगातार ही आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस-प्रशासन के अफसर भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। इस वजह से पूरे चुनाव में जमकर धांधलेबाजी चली है। कई जगह हिंसा, हंगामा और मारपीट की घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण लोगों को दिक्कतें भी आई हैं. हर सीट पर अनैतिक गतिविधियों की जानकारी तैयार की जा रही है, ताकि उचित कार्रवाई कराई जा सके।
प्रदेश में 17 नवंबर को हुए मतदान के लिए कांग्रेस ने पीसीसी मुख्यालय से कंट्रोल रूम संचालित किया। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ताओं की टीम ने प्रदेश भर से शिकायतों को सुना और अधिकारियों से उचित कार्रवाई करने के लिए संवाद किया। इस दौरान कांग्रेस को 200 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई जिनकी शिकायत निर्वाचन आयोग से की गई। इसके साथ कांग्रेस ने 15 गंभीर मामलों की शिकायत निर्वाचन आयोग से की है।