मुंबई। हाल ही में मुंबई एयरपोर्ट पर एक तस्कर करीब 5 करोड़ रुपये कीमत का मादक पदार्थ (हेरोईन) के साथ पकड़ा गया है. आश्चर्य की बात ये है कि सरकारी एजेंसियों की लाख सख्ती के बावजूद देश में अफ्रीकी देशों से मादक पदार्थों की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही. ड्रग्स तस्कर सरकारी एजेंसियों से बचने के लिए ऐसे ऐसे तरीके अख्तियार कर रहे हैं, जिसे देखकर अधिकारी भी हैरान हैं. नशे का यह सौदागर हेरोईन की पूरी खेप किसी बैग में नहीं, बल्कि उसे अपने पेट में रखकर ला रहा था. चूंकि इनपुट पुख्ता था, इसलिए डीआरआई की टीम ने ना केवल उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया, बल्कि 10 दिन तक चले ऑपरेशन के बाद पूरी खेप उसके पेट से निकाल भी ली है. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी पश्चिम अफ्रीका में बेनिन का रहने वाला है. वह 21 जून को मुंबई आया था. उसके यहां पहुंचने से पहले ही उसके बारे में पुख्ता इनपुट मिल गए थे. ऐसे में उसे एयरपोर्ट पर ही रोक कर तलाशी ली गई. उस समय उसके पास से कुछ नहीं मिला. ऐसे में अधिकारियों ने अपने सूत्रों को दोबारा खंगाला. जब डीआरआई के सूत्रों ने जोर देकर ड्रग्स की पुष्टि की तो अधिकारियों ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर मेडिकल कराने की अनुमति मांगी. वहीं कोर्ट से अनुमति मिलने के टीम जब आरोपी को लेकर अस्पताल पहुंची तो पता चला कि उसके पेट में हेरोईन की पूरी खेप मौजूद है. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी ने यह पूरी खेप 43 कैप्सूल में पैक करा लिए थे और इन सभी कैप्सूलों को निगल लिया था. इस पूरी खेप की कीमत बाजार में 5 करोड़ रुपये से भी अधिक की बताई जा रही है. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही पुष्टि हुई कि ड्रग्स की पूरी खेप आरोपी के पेट में मौजूद है तो अदालत को सूचित करने के बाद उसका ऑपरेशन कराया गया. इस ऑपरेशन में करीब दस दिन लगे. इसके बाद आरोपी के पेट से ड्रग्स की पूरी खेप निकाल ली गई है. डीआरआई के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी के पेट का ऑपरेशन मुंबई के जेजेअस्प्ताल में कराया गया. अधिकारियों ने सभी 43 कैप्सूलों में से हेरोइन निकाल कर इसका वजन कराया तो पूरी खेप करीब 504 ग्राम की मिली है. अब डीआरआई की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है. टीम आरोपी से यह जानना चाहती है कि हेरोइन की इस खेप को लेकर वहां कहां जाने वाला था. माल की डिलीवरी कहां और किसको होनी थी. उसके पेट से इस खेप को निकलवाने के लिए कौन सा तरीका अख्तियार किया जाना था. इसके अलावा डीआरआई की टीम यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि इसी तरह से ड्रग्स की खेप लेकर कितने और लोग भारत आए हैं या निकट भविष्य में आने वाले हैं.