अहमदाबाद | संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आंतरिक संघर्ष को छोड़ आज उन ताकतों से लड़ने की जरूरत है जो देश पर आक्रमण कर रही हैं| अहमदाबाद के जीएमडीसी ग्राउंड में आयोजित समाज शक्ति कार्यक्रम में 15000 जितने संघ कार्यकर्ताओं, अलग अलग क्षेत्र के सामाजिक अग्रणी उपस्थित रहे| संघ प्रमुख मोहन भागवत ने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के जीवनभर के प्रयासों को याद कराते हुए समाज में सभी किसी प्रकार के भेद के बगैर जिएं ऐसे उम्मीद जाहिर की| उन्होंने कहा कि गुलामी की कोई अभिव्यक्ति नहीं होती, हम स्वतंत्र होने के लिए आजाद हुए हैं| हम पर राज करने वाले बहुत दूर से आए थे, जो हमारी संस्कृति और आबो हवा से परिचित नहीं थे| इसकी वजह हमारी दुर्बलता थी और अगर यह दुर्बलता नहीं जाए तो ये दौर बार बार आएगा| दरअसल हम सोचते हैं कि शुरुआत कौन करेगा? ऐसा सोचने के बजाए हमें खुद ही उठ खड़ा होना पडेगा| संघ प्रमुख ने कहा कि आज डॉ. अंबेडकर का जन्म जयंती मनाई जा रही है| हर महीने की 14 तारीख बदलाव की तारीख होती है| सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में भ्रमण करता है| 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अंडेबकर का जन्म एक ऐसी घटना थी, जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया| मतभेद करने की दिशा में हम बदलाव ला रहे हैं| हमे देश में विदेशी नहीं चाहिए, हमें अपना राज्य चाहिए| क्योंकि गुलामी की कोई अभिव्यक्ति नहीं होती| हम स्वतंत्र रहने के लिए ही स्वतंत्र हुए हैं| उन्होंने कहा कि हमें भेदभाव भूलकर एक होना पड़ेगा| हम पर विदेशी ताकतों ने इसीलिए शासन किया क्योंकि हम एक नहीं थे| हमने ही अलग अलग समाज बनाकर एक-दूसरे से दूरियां बनाईं| सामाजिक समता के बगैर आर्थिक और राजनैतिक स्वतंत्रता प्रत्यक्ष नहीं आएगी| समाजों के बीच दूरियां खत्म करनी होंगी| उन्होंने कहा कि भारत आज आगे बढ़ रहा है और कुछ लोग भारत को बदनाम करने के प्रयास कर रहे हैं| हमें दुनियां की चुनौतियों का मुकाबला करना है और विश्व में भारत की जो प्रतिष्ठा कायम हुई है उसके अनुरूप काम करना है| आज समूची दुनिया भारत की ओर आशा की नजर से देख रही है और भारत भी उसी प्रकार आगे बढ़ रहा है|