उज्जैन   उज्जैन में 100 साल पुराने नवग्रह मंदिर में तोड़फोड़ करने वाला योग गुरु निकला। 8 अगस्त की रात मंदिर में शिवलिंग को तोड़ा गया था। उस वक्त कहा गया था कि अराजकतत्व शिवलिंग के टूटे हुए हिस्से को अपने साथ ले गए। घटना पर दूसरे दिन 9 अगस्त को हिंदुवादी संगठनों ने चक्काजाम करते हुए रोड पर हनुमान चालीसा पढ़ा था। पुलिस ने आरोपी योग गुरु अर्जुन सोलंकी (35) को गिरफ्तार कर लिया है। भतीजी की आत्महत्या करने की वजह से उसने नवग्रह मंदिर में तोड़फोड़ क्यों की?

घटना 8 अगस्त की रात की है। बड़नगर इलाके में भाटपचलाना और रुनिजा के बीच 100 साल पुराने नवग्रह मंदिर में शिवलिंग उखाड़ कर आरोपी अपने साथ ले गया था। दूसरे दिन इसका पता चलते ही क्षेत्र में तनाव फैल गया। हिंदूवादी संगठन और ग्रामीण सड़क पर उतर आए। वे चक्काजाम कर रोड पर बैठ गए। सात दिन की मोहलत देते हुए ग्रामीणों ने जाम खोला था। शुरुआत में यह आशंका जताई जा रही थी कि ऐसा धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए किया गया है। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो मंदिर के पीछे फेंके गए शिवलिंग का टूटा हिस्सा पूरी तरह सुरक्षित अवस्था में झाड़ियों में पड़ा था। इसे बरामद कर मंदिर में दोबारा स्थापना के लिए पुलिस ने इसे गांववालों के सुपुर्द कर दिया।

मस्जिद के CCTV फुटेज ने जांच को दी दिशा...

भाटपचलाना TI संजय वर्मा के मुताबिक, मंदिर से 100 मीटर दूर मस्जिद के बाहर लगे CCTV कैमरे चेक करने पर एक संदिग्ध दिखा। फुटेज में नजर आया कि 8 अगस्त की रात 9.35 बजे गांव रूनिजा में रहने वाला व्यक्ति मंदिर की तरफ जाता है और दस मिनट बाद वही व्यक्ति वापस आता है। उसकी गतिविधि संदिग्ध होने पर उसे पकड़ा गया।

आरोपी ने पूछताछ में ये वजह बताई...

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि 8 अगस्त को उसकी भतीजी ने आत्महत्या कर ली थी। वह रोजाना नवग्रह शिव मंदिर पर जल चढ़ाने जाती थी। इस कारण वह शिव मंदिर में गया और भगवान पर अपना क्रोध जताने लगा कि मेरी भतीजी रोज पूजा करती थी। गुस्से में उसने शिवलिंग को उखाड़ कर मंदिर के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया था।