लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चेनाब नगर (रब्वाह) में अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के पूजा स्थल बैत-उल-महदी पर एक संदिग्ध व्यक्ति ने फायरिंग किया। यह घटना नमाज के दौरान हुई। पुलिस ने पुष्टि की कि इस हमले में अहमदिया समुदाय के 6 लोग घायल हुए हैं।
घटना का वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है। इसमें दिख रहा है कि हमलावर पिस्तौल लेकर मस्जिद के गेट की ओर बढ़ता है और वहां खड़े लोगों पर कई राउंड फायरिंग करता है। 
कुछ ही देर बाद, एक गार्ड जवाबी कार्रवाई करता है (वीडियो क्लिप में दिखाई नहीं दे रहा) और हमलावर पर गोली चला देता है। हमलावर अपनी बंदूकें गिरा देता है, उन्हें उठाने की कोशिश करता है, लेकिन नाकाम होकर जमीन पर गिर जाता है।
पुलिस ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है। अभी यह पता नहीं चल सका कि हमलावर का किसी चरमपंथी संगठन से संबंध था या नहीं। किसी भी संगठन ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पहले भी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) जैसे समूह अहमदिया समुदाय के पूजा स्थलों को निशाना बना चुके हैं।
पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय खुद को मुसलमान मानते हैं, इन्हें 1974 में गैर-मुस्लिम घोषित किया गया था। बाद में बने कानूनों ने उन्हें मुस्लिम के रूप में पूजा करने या अपनी पहचान बताने पर रोक लगा दी। उनके मस्जिदों में मीनारें बनाने या कुरान की आयतें प्रदर्शित करने पर भी पाबंदी है।