नई दिल्ली । डिफेंस सेवाओं को बल प्रदान करने के लिए रक्षा मंत्रालय पहली बार ‘रक्षा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ विषय पर प्रदर्शनी और परिचर्चा का आयोजन करने जा रहा है। मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग द्वारा नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 11 जुलाई को उद्घाटन करेंगे। इस दौरान डिफेंस सेवाओं के लिए खास तौर से तैयार किए गए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित 75 अत्याधुनिक उत्पादों का अनावरण भी किया जाएगा। रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने बताया कि फिलहाल 75 उत्पादों की शुरुआत की जा रही है। इनके अलावा अन्य 100 उत्पाद विकास के विभिन्न चरणों में हैं।
खबर के मुताबिक, अपर सचिव संजय जाजू ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में रक्षा निर्यात अब तक के सर्वाधिक 13,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है। इसमें 70 प्रतिशत योगदान निजी क्षेत्र से और शेष 30 प्रतिशत सार्वजनिक क्षेत्र से मिला है। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए रक्षा सचिव अजय कुमार ने बताया कि इस दौरान रक्षा सेवाओं, अनुसंधान संगठनों, उद्योगों, स्टार्ट-अप और इनोवेटर्स की तरफ से विकसित अत्याधुनिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सक्षम तकनीक को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये उत्पाद ऑटोमेशन, मानव रहित, रोबोटिक्स सिस्टम से संबंधित हैं। इनमें साइबर सुरक्षा, मानव व्यवहार विश्लेषण, बुद्धिमान निगरानी प्रणाली, रसद व आपूर्ति प्रबंधन, भाषण, स्वर विश्लेषण व कमांड, नियंत्रण, संचार, कंप्यूटर व इंटेलिजेंस, निगरानी व जासूसी टोही (सी4आईएसआर) प्रणालियां तथा ऑपरेशनल डेटा एनालिटिक्स शामिल हैं।
खबरों के मुताबिक, रक्षा सचिव ने बताया कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को बढ़ावा देते हुए इन उत्पादों को लॉन्च किया जा रहा है। इस दौरान कई अन्य कार्यक्रम भी होंगे। सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के दो शीर्ष रक्षा निर्यातकों को सम्मानित किया जाएगा। कई पैनल डिस्कशन भी होंगे। ये ‘रक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स की तैनाती’, ‘अगली पीढ़ी के कृत्रिम बुद्धिमत्ता समाधान’ और ‘रक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इन्टेलिजन्स-उद्योग परिप्रेक्ष्य’ विषयों पर होंगे। इसमें सर्विसेज, शिक्षाविद, छात्र, अनुसंधान संगठन और उद्योगों की सक्रिय भागीदारी रहेगी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान ‘अगली पीढ़ी के कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ समाधान विषय पर एक प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। इसमें छात्रों से अनूठे आइडिया लिए जाएंगे। सबसे बेहतर तीन आइडिया को सम्मानित किया जाएगा। कृत्रिम बुद्धिमत्ता उत्पादों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित होगी। बता दें कि रक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स को बढ़ावा देने का रोड मैप बनाने के लिए 2018 में एआई टास्क फोर्स बनाई गई थी। इसकी सिफारिशों के आधार पर रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में एक रक्षा एआई परिषद इस कार्यक्रम की अगुवाई कर रही है।