भोपाल । राजधानी में कमलापति स्टेशन को वल्र्ड क्लास बना कर रेलवे के अधिकारी वाहवाही लूट रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। भोपाल के मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 के हिस्से में ना पूछताछ केंद्र है ना डिस्प्ले बोर्ड है। यहां यात्रियों को बेसिक जानकारी तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। ऐसे में शहर के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पर दूसरे शहर और ग्रामीण इलाकों से आने वाले यात्री ट्रेन की जानकारी के लिए भटकते हैं और परेशान होते हैं। हद तो यह है कि जिम्मेदारों के जवाब भी संतोषजनक नहीं हैं। भोपाल रेलवे मंडल के अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के कारण प्लेटफार्म नंबर 6 पर रोजाना लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसा नहीं है कि रेलवे के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने समस्या हल करने के बजाए इंक्वारी से बचने के लिए टिकट काउंटर पर ही नोटिस चस्पा कर दिया है, कि यहां पूछताछ ना करें। पूछताछ खिड़की प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर स्थित है। गाडिय़ों की जानकारी वहां से प्राप्त करें। हद तो यह है कि भोपाल रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित कमलापति रेलवे स्टेशन आधुनिक तरीके से डेवलप किया गया है, वहां सभी प्रकार की सुविधा है। जबकि भोपाल का मुख्य रेलवे स्टेशन जहां करीब 130 से 150 ट्रेनों की आवाजाही रोजाना होती है, वहां बुनियादी सुविधाएं ही गायब हैं।

डिस्प्ले बोर्ड बता रहा 'वेलकम भोपालÓ
प्लेटफॉर्म नंबर 6 के टिकट काउंटर पर ट्रेन नंबर, ट्रेन नेम और आने-जाने के समय के साथ प्लेटफॉर्म नंबर की जानकारी देने बोर्ड लगा है, लेकिन यह बोर्ड भी बंद है। इस पर सिर्फ वेलकम टू भोपाल स्टेशन लिखा आ रहा है।

यहां लगे डिस्पले भी हो गए खराब
रेलवे की तरफ से प्लेटफार्म और वेटिंग एरिया में ट्रेनों की जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए थे। वह डिस्प्ले बोर्ड भी एक महीने पहले खराब गए हैं। जिनके बाद उनको निकाल लिया गया। अभी स्टेशन पर सिर्फ फुट ओवर ब्रिज और प्लेटफॉर्म नंबर 1 की तरफ मुख्य गेट और वीआईपी गेट पर ही डिस्पले बोर्ड लगा है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एस्केलेटर भी रहता है बंद, पार्किंग भी दूर
स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 की तरफ एस्केलेटर लगा है। यह एस्केलेटर दिन में अधिकतर समय बंद ही रहता है। इसके अलावा लिफ्ट में भी आये दिन तकनीकी दिक्कत आती रहती है। इसके चलते बुजुर्गों को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं, इस तरफ दो पहिया वाहन की पार्किंग भी मेन गेट से 500 मीटर की दूर है।

 बेतरतीब हो रहा भोपाल का रि-डेवलपमेंट
भोपाल रेलवे स्टेशन पर रि-डेवलपमेंट का काम किया जा रहा है, लेकिन वह बेतरतीब तरीके से हो रहा है। यहां पर पहले प्लेटफॉर्म नंबर-6 की तरफ 6 करोड़ की बिल्डिंग का निर्माण किया गया, लेकिन उसका पूरी तरह उपयोग ही नहीं किया जा रहा है। प्लेटफॉर्म नंबर-1 की तरफ तैयार नई बिल्डिंग का काम अब तक पूरा ही नहीं हुआ है। अलग-अलग हिस्सों में काम होने से लोगों के लिए असुविधा बनते जा रही हैं।

जिम्मेदार बोले- एप और 139 पर मिल जाती है जानकारी
भोपाल मंडल के डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय ने कहा कि डिस्प्ले बोर्ड का नया वर्क किया जा रहा है। जल्द ही प्लेटफॉर्म नंबर पर डिस्पले बोर्ड से ट्रेन की सुविधा की जानकारी मिलने लगेंगी। उन्होंने पूछताछ केंद्र के बारे में पूछने पर कहा कि आजकल 139 और बहुत से एप पर ही ट्रेनों की जानकारी मिल जाती है। एस्केलेटर के बंद रहने की शिकायत को दिखवा लेते हैं।