कीव । यूक्रेन में नोवा कखोवका बांध टूट है, जिससे बाढ़ आ गई है। अधिकारियों का अनुमान है कि बाढ़ से लगभग 42 हजार लोगों पर खतरा मंडरा रहा है, जिसके चरम पर पहुंचने की आशंका है। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फुटेज में रूसी नियंत्रित शहर नोवा कखोवका में भयंकर बाढ़ दिखाई दे रही है। नोवा कखोवका और आसपास की दो बस्तियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए 53 निकासी बसें भेजी जा रही हैं। यूक्रेनी अधिकारी 17 हजार से अधिक लोगों को निकाल रहे हैं। यूक्रेन के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि 24 गांवों में बाढ़ आ गई है। यूक्रेन ने अनुमान लगाया है कि लगभग 100 गांवों और कस्बों में बाढ़ आएगी और 5 से 7 दिनों के बाद ही पानी के स्तर में गिरावट आएगी।
दक्षिणी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले एक डैम पर मंगलवार को हुए हमले के बाद भारी मात्रा में पानी बहने लगा। दो दर्जन गांवों में बाढ़ आ गई और 17 हजार लोगों को वहां से निकालना पड़ा। रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन को दोषी ठहराया, जबकि कीव ने रूसी सेना पर इस हमले का आरोप लगाया है। बाढ़ से प्रभावित लगभग 80 समुदायों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए बसों, ट्रेनों और निजी वाहनों का इस्तेमाल किया गया। नदी तट पर स्थित काज़कोवा डिब्रोवा चिड़ियाघर पूरी तरह से बाढ़ में डूब गया था और सभी 300 जानवर मर गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस पर बांध को उड़ाने का आरोप लगाया और अधिकारियों के हवाले से कहा कि 80 बस्तियों तक बाढ़ आने की आशंका है और दुनिया से प्रतिक्रिया करने का आग्रह किया। यह बांध यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र के लिए ठंडा पानी प्रदान करता है। पश्चिमी शक्तियों ने भी नुकसान के लिए रूस को दोषी ठहराया। यूएन चीफ एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन में कखोवका बांध का आंशिक विनाश रूस ने अपने पड़ोसी पर आक्रमण के तौर पर किया है।